Atreya


Sunday, October 28, 2012

बेहतरीन कॅरियर की गारंटी 

 



सरकारी नौकरी हर कोई चाहता है, लेकिन सफलता सभी को नहीं मिलती है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इसमें सीट काफी कम होती हैं, लेकिन अभ्यर्थियों की संख्या बहुत ज्यादा होती है। रेलवे ने हाल ही में ग्रुप डी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। रेलवे कर्मचारियों को केंद्रीय कर्मचारी के सभी फायदे मिलते ही हैं, इसके साथ ही आने-जाने की सुविधाएं और रहने के लिए आवास भी मिल जाता है। यदि आप भी रेलवे से जुडना चाहते हैं, तो आपके लिए सुनहरा अवसर है। कुल पदों की संख्या 2018 है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 23 नवंबर, 2012 है।
 
क्या है रेलवे की खासियत
रेलवे में नौकरी करने का एक अलग ही क्रेज होता है। इसकी सबसे बडी विशेषता यह होती है कि आप और आपके परिवार को आने जाने में सुविधा मिलती है और रहने के लिए भी प्राय: सभी को आवास दिए जाते हैं। आजकल प्राइवेट नौकरी में बेहतर सैलरी मिलने के बावजूद लोग केंद्रीय विद्यालय में अपने स्टूडेंट्स को नहीं पढा पाते हैं, लेकिन रेलवे के कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधाएं होती है। इसके अलावा छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद छोटे कर्मचारियों के वेतन भी काफी बढ गए हैं।
 
अपेक्षित योग्यता
रेलवे में एंट्री के लिए न्यूनतम आईटीआई या दसवीं पास उत्तीर्ण होना जरूरी है। रेलवे में ग्रुप डी के लिए उम्र सीमा भी निर्धारित है। अगर आप आरक्षण के दायरे में आते हैं, तो अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान भी है।
 
होगी लिखित परीक्षा
सबसे पहले लिखित परीक्षा होगी, जो ऑब्जेक्टिव टाइप की होगी। कुल समय 150 मिनट मिलेगा। इसके अंतर्गत जनरल अवेयरनेस, मैथमैटिक्स, जनरल साइंस व रीजनिंग से संबंधित पेपर होंगे। लिखित परीक्षा के बाद फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट होगा। फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट विकलांग व्यक्ति को छोडकर सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य होगा। समाज के विकलांग व्यक्तियों के लिए पीईटी मेडिकल टेस्ट होगा, जिसमें विकलांगता से संबंधित प्रमाणिकता जांची जाएगी।
 
मानसिक और शारीरिक मजबूती जरूरी
इन पदों को प्राप्त करने के लिए सबसे पहले शारीरिक रूप से तंदुरुस्त होना जरूरी है। जहां तक लिखित परीक्षा का सवाल है, तो इसकी तैयारी के लिए कम से कम एक राष्ट्रीय हिंदी न्यूज पेपर को रोज पढें। रेडियो या टीवी पर नियमित समाचार सुनने की आदत डालें। दसवीं तक की मैथ्स को बनाने का अभ्यास करें। इस परीक्षा की तैयारी के लिए बाजार में गाइड भी मिलती हैं। उसमें पिछले वर्षो में पूछे गए प्रश्न और उसका उत्तर भी होता है। आप तैयारी के लिए इस तरह की पुस्तकों से लाभ उठा सकते हैं।
 
पर्याप्त समय है तैयारी का मंत्र
अगर आप इस परीक्षा में सफल होना चाहते हैं, तो इसकी तैयारी के लिए अभी से ही जुट जाएं। बेहतर तैयारी तभी हो पाएगी, जब आप निर्धारित समय-सीमा के अंदर सभी प्रश्नों को हल करने की कोशिश करें। पहले निगेटिव मार्किग नहीं होने के कारण लोग प्रश्नों का उत्तर नहीं जानने के बाद भी अनुमान के आधार पर सभी प्रश्नों को हल कर लेते थे और संयोग से बहुत सारे प्रश्नों का उत्तर सही भी हो जाता था, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। अब निगेटिव मार्किग का प्रावधान है। इस कारण जिसका उत्तर आप सही जानते हैं, उसी को हल करें। अक्सर स्टूडेंट्स कम अंकों से ही उत्तीर्ण होने से वंचित रह जाते हैं। उसमें निगेटिव मार्किग का बहुत बडा योगदान होता है। आप पहले से ही सतर्क रहकर इस तरह की गलती से बच सकते हैं। इसके अतिरिक्त सफल होने के लिए जरूरी है कि आप भीड से हटकर अलग तरह से तैयारी करने की कोशिश करें। जब तक आप किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए गंभीर प्रयास नहीं करेंगे, तब तक सफलता आपसे रूठी ही रहेगी।
 
खुद को पहचानें
सभी व्यक्ति अपनी सोच व मानसिक क्षमताओं की वजह से विशिष्ट व अद्वितीय होते हैं। प्राय: जीवन में वही लोग असफल होते हैं, जो अपनी इस विशिष्टता की कद्र नहीं करते। वे अपनी विशिष्टता को ध्यान में रखे बगैर अपने कार्य क्षेत्र को चुनते हैं। यदि आप इनसे सीख लेते हुए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सजग हैं, तो कोई कारण नहीं कि आप अपने उद्देश्यों में सफल न हो सकें। प्राय: लोग अपने जीवन में एक लक्ष्य को निर्धारित करते हैं और उसको प्राप्त करने के लिए कार्य भी करते हैं। परंतु अंत में ज्यादातर की यही शिकायत रहती है कि वे अमुक कारण व परिस्थितियों के चलते अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर सके। यदि ऐसे असफल लोगों के जीवन की पडताल की जाए, तो स्पष्ट हो जाएगा कि उन्होंने इसकी समुचित तैयारी नहीं की या बगैर ठीक प्रकार से विचार किए अपने कार्य क्षेत्र को चुना। आपके लिए जरूरी है कि पहले अच्छी तरह से विचार कर लें कि आपको किस क्षेत्र में जाना है। अगर एक बार लक्ष्य बना लिया है, तो शहद की मक्खियों की भांति इसके पीछे पड जाएं, सफलता आपके करीब होगी।
विजय झा

Sunday, October 14, 2012

हम साथ-साथ हैं

 

We-together

हम साथ-साथ हैं
अधिकतर बच्चे खाली समय में टीवी या कंप्यूटर से चिपके रहते हैं। माता-पिता अपना काम करते रहते है। ऐसे में क्या किया जाए कि दोनों का वक्त साथ-साथ कटे। आपके लिए कुछ सार्थक उपाय।
पकाएं-खाएं साथ-साथ
यह जरूरी नहीं है कि किचेन का सारा काम मम्मी ही करें। यदि आप पिज्जा बनाने जा रही है तो बच्चों को उनकी मनपसंद टॉपिंग सजाने का काम सौंपे। इससे बच्चे को नया सीखने का मौका मिलता है। साथ ही समय बिताने का भी।
देखें फिल्म
परिवार के साथ घर पर फिल्म देखने की बात ही कुछ और है। अगर पॉपकार्न और पकौड़े साथ में हों तो फिर कहना ही क्या..। बच्चों के साथ फिल्म देखने का आनंद ही कुछ अलग होता है। घर पर सिनेमाहाल जैसा माहौल पैदा करने के लिए कमरे की लाइट बंद कर दें और एक साथ बैठकर फिल्म देखें। इस दौरान सभी लोग अपने मोबाइल फोन बंद कर दें।
खेलो खेल
आपको याद है कि पिछली बार कब आप बच्चों के साथ इनडोर गेम्स में शामिल हुए थे। बहुत सारे ऐसे खेल होंगे जो आपने अपने बचपन के दौरान खेले होंगे। उन्हीं खेलों को दोहराने का समय फिर आ गया है। बच्चे भी अपने अभिभावकों को अपने साथ खेलते देखकर उत्साह से भर जाएंगे और वे खेल में कुछ नई और मनोरंजक तरकीबें अवश्य जोड़ेंगे।
गीत-संगीत का मजा
हो सकता है कि आपको या पति को कभी गाने या कोई वाद्ययंत्र बजाने का शौक रहा हो, लेकिन जिंदगी की आपाधापी में यह शौक पीछे छूट गया हो। यह भी हो सकता है कि आपके बच्चों को भी गाने-बजाने का शौक हो, लेकिन डर की वजह से उन्होंने कभी यह जाहिर न किया हो। देर किस बात की, कल संडे है तो संडे को मनाइए फन डे के रूप में। आपस में मिलकर गीत-संगीत का आनंद लें। यकीन मानिए मानसून का यह संडे आपके युवा दिनों को फिर से ताजा कर देगा। साथ ही बच्चों को मिलेगा आपका अनमोल समय और साथ।
पिकनिक का आनंद
कुछ नया चाहते है तो पैक करिए खाने का सामान और निकल जाइए पिकनिक मनाने। इस मौके को यादगार बनाने के लिए आप अपने खास लोगों को भी निमंत्रण दे सकती है।
इला शर्मा ***